दशहरा नृत्य :- बैगा जनजाति यद्यपि दशहरा त्योहार नहीं मनाते हैं, किन्तु विजयादशमी से प्रारम्भ होने के कारण इस नृत्य का नाम दशहरा पड़ा। इस नृत्य को बैगा जनजातियों का आदि नृत्य कहा जाता है। यह नृत्य अन्य नृत्यों का द्वार है। दशहरा नृत्य एक तरह से बैगा जनजातियों में सामाजिक व्यवहार की कलात्मक सम्पूर्ति है। यह नत्य सैला नृत्य का एक सरल रूप है।
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