फाग नृत्य: इस नृत्य का आयोजन गोंड एवं बैगा जनजातियों द्वारा होली के अवसर पर किया जाता है। इसमें गांव के सभी युवक-युवतियां तथा प्रौढ़ आदिवासी लोग अति उल्लास के साथ हिस्सा लेते हैं। इस सामूहिक नृत्य में एक या दो व्यक्ति लकड़ी के मुखौटे और हाथ में लकड़ी की चिड़िया आदि नचा-नचाकर भरपूर मनोरंजन करते हैं। इस नृत्य में मांदर, टिमकी आदि वाद्य यंत्रों का प्रयोग होता है।
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