ककसार नृत्य: यह बस्तर की मुरिया जनजाति का लोकप्रिय पारम्परिक नृत्य है।
यह एक मूलतः जात्रा नृत्य है। गांव के धार्मिक स्थल पर मुरिया आदिवासी वर्ष में एक
बार ककसार यात्रा पर पूजा का आयोजन करते हैं। लिंगोपेन को प्रसन्न करने के लिए
युवक और युवतियों अपनी साज-सज्जा करके सम्पूर्ण रात नृत्य-गायन करते हैं। पुरुष
कमर में घंटी बाँधते हैं जबकि स्त्रियां सिर पर विभिन्न फूलों और मोतियों की मालाएं
पहनती है।
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