अटारी नृत्य: यह बघेलखंड के भूमिया आदिवासियों का प्रमुख नृत्य है। यह नृत्य वर्तुलाकार होता है। एक पुरुष के कंधे पर दो आदमी आरूढ़ होते हैं। एक व्यक्ति ताली बजाते हुए भीतर-बाहर आता-जाता रहता है। इसमें वादक पार्श्व में रहते हैं।
Chhattisgarh की नृत्य की जानकारी
सीजी व्यापम एग्जाम की तयारी कर रहे है तो छत्तीसगढ़ नृत्य की जानकरी जरूर ले।
- सुआ नृत्य
- लोक नृत्य चन्देनी
- नृत्य राउत नाचा
- पंथी नाचा
- करमा नृत्य
- सैला नृत्य
- परधोनी नृत्य
- बिलमा नृत्य
- फाग नृत्य
- थापटी नृत्य
- ककसार नृत्य
- गेंडी नृत्य
- राई नृत्य
- दोरला नृत्य
- गंवर नृत्य
- ढांढल नृत्य
- हुलकी नृत्य
- सरहुल नृत्य
- दशहरा नृत्य
- दहका नृत्य
- अटारी नृत्य
छत्तीसगढ़ लोक नृत्य राउत नाचा की जानकारी
छत्तीसगढ़ सबसे ज्यादा प्रचलित सुआ नृत्य और सुआ-गीत की जानकारी
0 टिप्पणियाँ